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हिमाचल में सड़क दुर्घटनाओं में 6.48% की कमी, मौतों में भी गिरावट

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  • 2024 में हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में 6.48% की कमी
  • दुर्घटनाओं में मौतों की संख्या 892 से घटकर 806 हुई
  • मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा में सरकार, एजेंसियों और जनता के प्रयासों को सराहा

Himachal road accidents 2024: हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2024 के दौरान सड़क दुर्घटनाओं और इनसे होने वाली मौतों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। राज्य सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए किए गए ठोस प्रयासों के परिणामस्वरूप यह उपलब्धि हासिल हुई है। 2023 की तुलना में, 2024 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 6.48% की गिरावट आई। वर्ष 2024 में 2107 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि 2023 में यह आंकड़ा 2253 था।

सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मृत्यु दर में भी कमी आई है। 2023 में 892 लोगों की जान गई थी, जबकि 2024 में यह संख्या घटकर 806 हो गई। घायलों की संख्या भी 3449 से घटकर 3290 हो गई।

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इसे सरकार, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और जनता के सामूहिक प्रयासों का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने बीते वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए अनेक पहल की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षित सड़कों के निर्माण में जनभागीदारी महत्वपूर्ण है और राज्य सरकार मानव जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सड़क सुरक्षा के लिए कदम
सरकार ने सड़क बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने, जिम्मेदार ड्राइविंग को प्रोत्साहित करने और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को लागू करने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाए हैं। यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया गया है और दुर्घटना पीड़ितों को समय पर चिकित्सा सहायता देने के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को सुदृढ़ किया गया है।

राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में उपलब्धि
राष्ट्रीय स्तर पर सड़क दुर्घटनाओं और मौतों में बढ़ोतरी हुई है। 2023 में भारत में 1.73 लाख मौतें और 4.63 लाख लोग घायल हुए। औसतन हर दिन 474 मौतें दर्ज की गईं। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की उपलब्धि और भी सराहनीय है।

आगे की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देना जारी रखेगी और आने वाले वर्षों में दुर्घटनाओं को और कम करने के लिए नए उपाय लागू करेगी। उन्होंने नागरिकों से यातायात नियमों का पालन करने, तेज गति से वाहन न चलाने और कानून प्रवर्तन एजेंसियों का सहयोग करने का आग्रह किया।